गणतंत्र दिवस और संविधान के बारे में कुछ रोचक बाते जो आप नहीं जानते होंगे। आप जानते है कि गणतंत्र दिवस कब मनाया जाता है? लेकिन आज हम आपको इस न्यूज़ ब्लॉग के माध्यम से बताएँगे कि गणतंत्र दिवस कब से और क्यों मनाया जाता है? इसके साथ ही यह भी जानेंगे कि संविधान को तैयार करने में कितना समय लगा था। और संविधान किसने और कैसे बनाया? इसके लिए पूरा न्यूज़ ब्लॉग जरूर पढ़े।

गणतंत्र दिवस और संविधान के बारे में कुछ रोचक बाते जो आप नहीं जानते होंगे।

आप जानते ही होंगे गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन भारत में पूर्ण रूप से संविधान लागू हुआ था। हमारा देश भारत 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था। देश में संविधान को लेकर पहली सभा 1946 में हुई थी। और एक गठन बनाया गया था। इसकी अध्यक्षता डॉ. भीमराव बाबासाहेब आम्बेडकर को दिया गया था। इनके साथ 6 लोग और गठन में शामिल थे। तब संविधान सदन में कुल 299 सदस्य थे। और उस समय सदन के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र प्रसाद थे।

गणतंत्र दिवस और संविधान

गणतंत्र दिवस और संविधान
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प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान सभी को लगा कि अब भारत को आजादी दिलाने का यह सही मौका है। लेकिन अंग्रेजो ने 1919 अधिनियम पारित किया। और इसके लिए साइमन को अध्यक्ष के रूप में चुना। उस समय देश में इसका बहुत विरोध हुआ। देश में Simon Go Back आंदोलन चले। जब दूसरा विश्वयुद्ध हुआ तब अंग्रेजों को भी लगा अब तो भारत को आजाद करना ही होगा। इसलिए 1946 में ही कह दिया गया था ,की भारत को 15 अगस्त 1947 को आजादी दे दी जाएगी। अंग्रेजों ने देश को दो हिस्सों में बाट दिया। और अंग्रेजों को देश को पूरे तरह से छोड़ कर जाने में 1 साल का समय लगा। तब भारत को अंग्रेजों से पूर्ण रूप से आजादी 15 अगस्त 1947 को मिली। इस दिन को देश स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाता है। लेकिन तब संविधान तैयार नहीं हुआ था। गणतंत्र दिवस और संविधान

संविधान को तैयार होने में 2 वर्ष 11 माह और 18 दिन का समय लगा। संविधान तो 26 नवंबर को बनकर तैयार हो गया। लेकिन प्रश्न ये था कि इसे देश में पूर्ण रूप से लागू कब किया जाए। तो इसे लागू करने के लिए 26 जनवरी 1950 तारीख तय किया गया। इसलिए संविधान लागू करने में 2 महीनों का समय लगा। इसलिए संविधान दिवस 26 नवंबर को मनाया जाता है। और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता हैं। संविधान को बनाने के लिए डॉ. बाबासाहेब आम्बेडकर और उनकी टीम ने 7 देशों के संविधान का अध्ययन किया था। और 251 पन्नो में संविधान को बनाकर तैयार किया।

गणतंत्र दिवस और संविधान

संविधान को हाथों से लिखा गया था। संविधान को प्रेम बिहारी रायज़ादा ने अपने हाथों से लिखा है। और उसकी कॉपी संसद भवन के पुस्तकालय में संभालकर रखा गया है। तब संविधान में 103 संशोधन किए गए थे। और साल 2023 तक संविधान में कुल 127 संशोधन किए जा चुके हैं। संविधान में उस समय कुल 284 लोगो के हस्ताक्षर है। जिसमें 15 महिलाएँ भी शामिल है।

1947 से लेकर साल 2023 तक संविधान में कई बार संशोधन किया गया है। इसी साल 2024 में 129वाँ संविधान बिल का विधेयक पारित किया गया। जिसका उद्देश्य था एक देश, एक चुनाव। देश में लोकसभा, विधानसभा और जितने भी नगर निकाय के चुनाव होते है। सब एक साथ ही कराने के लिए यह विधेयक बिल लाया गया। देश में हर साल किसी न किसी राज्य में चुनाव होते रहते है। जिसमें बहुत खर्च आता है। इस संशोधन से पैसो की बचत होगी और एक ही साथ सारे चुनाव ख़त्म हो जायेंगे। गणतंत्र दिवस और संविधान

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