दिल्ली विधानसभा चुनाव का ऐलान हो गया। साथ ही जानेंगे कौन है सबसे आगे. आज चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। चुनाव आयोग ने क्या-क्या कहा यह भी जानेंगे। साथ ही यह भी जानेंगे कि कांग्रेस, आप आदमी पार्टी और बीजेपी में कौन सबसे आगे चल रहा हैं। इन सब बातो को जानने के लिए पूरा न्यूज़ ब्लॉग जरूर पढ़े।
दिल्ली विधानसभा चुनाव का ऐलान हो गया। साथ ही जानेंगे कौन है सबसे आगे
साल के शुरुआत में पहला चुनाव और यह चुनाव भारत की राजधानी दिल्ली का है। और यह चुनाव बड़ा ही रोमांचक होने वाला है। क्यूँकि बीजेपी पिछले 26 सालों से दिल्ली की सत्ता से बाहर है। और कांग्रेस पिछले दो विधानसभा चुनावों से एक सीट भी जीत नहीं सकी है। इस बार बीजेपी के पास अच्छा मौका है दिल्ली में अपनी सत्ता लाने की। क्युँकि सत्ता धारी आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेताओं पर घोटालों का आरोप लगा हुआ हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव
हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में दिल्ली के सभी 7 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की। इस बार आप और कांग्रेस में दिल्ली में गठबंधन में चुनाव लड़ा था। और मात्र 6 महीनों में दोनों ने विधानसभा में अलग-अलग चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। इसपर बीजेपी को दोनों पार्टियों को घेरने का मौका मिल गया। आज चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। और चुनाव के तारीखों का ऐलान किया। साथ ही जो आरोप चुनाव आयोग पर लगाए जा रहे थे। सभी का जवाब दिया और कहा की सुप्रीम कोर्ट ने भी माना है कि EVM को कोई हैक नहीं कर सकता। आज से दिल्ली में आचार संहिता लागु हो गई है। एक ही चरण में सभी 70 सीटों पर चुनाव होंगे। दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा का चुनाव होगा। और 8 फरवरी को वोटों की गिनती होगी। दिल्ली विधानसभा चुनाव

इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुल 1 करोड़ 55 लाख से ज्यादा लोग वोट देंगे। जिसमें 83 लाख से ज्यादा पुरुष वोटर्स है, और 71 लाख से ज्यादा महिला वोटर्स है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव
पिछले 2 सालों से सत्ता धारी आम आदमी पार्टी के बड़े नेताओं पर ED और CBI की रेड पड़ रही हैं। क्युकी पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, आप सांसद संजय सिंह, मुख्यमंत्री केजरीवाल पर शराब घोटाले के आरोप में जेल जाकर बेल से बाहर आए है। इससे उनकी छवि खराब हुई हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव में पता चलेगा कि दिल्ली की जनता किसे वोट देकर जिताएगी। जेल से बाहर आते ही केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। और कहा था कि अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में जनता ही उन्हें जिताएगी और तब वे मुख्यमंत्री बनेंगे। इसके बाद उन्होंने अपनी जगह आतिशी को मुख्यमंत्री बना दिया।
अरविंद केजरीवाल
केजरीवाल ने चुनाव तारीखों के ऐलान से पहले ही तैयारी शुरू कर दी। और सभी 70 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। जिसमे केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा सीट से से चुनाव लड़ेंगे। इनके खिलाफ कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री शिला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को चुनावी मैदान में उतारा हैं। और बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे परवेश वर्मा को टिकट दिया हैं। यह सीट इस बार केजरीवाल के लिए आसान नहीं होने वाला है। केजरीवाल को इस बार अच्छी टक्कर मिलने वाली है।
केजरीवाल जनता से सहानुभूति बटोरने की कोशिश कर रहे है। देखना होगा कि जनता उन्हें कितना वोट देती है। साल के शुरुआत में बीजेपी के दमदार नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने तीन दिनों में दिल्ली में तीन रैलियाँ करते हुए चुनावी बिगुल बजा दिया हैं। और बीजेपी अपनी टीम के सभी बड़े-बड़े नेताओं को चुनाव प्रचार के लिए उतारने वाली है। जिसमे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, योगी आदित्यनाथ, शिवराज सिंह, हेमंता बिस्वा शरमा, जैसे कई स्टार प्रचारक शामिल रहेंगे। कांग्रेस भी अपने स्टार प्रचरको को प्रचार के लिए उतारने की तैयारियों में हैं।
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के अलग-अलग चुनाव लड़ने से बीजेपी को ही फायदा होने वाला हैं। क्युकी उनका वोट बट जाएगा। दिल्ली चुनाव की कोई भी अपडेट आपको हमारे साइट पर मिल जाएगी। देश-दुनिया और चुनावों से जुडी किसी भी खबरों को पढ़ने के लिए साइट के लिंक पर क्लिक करें। पूरा न्यूज़ ब्लॉग पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!